प्रयागराज आज सिविल लाइन है हनुमान मंदिर से एसोसिएशन ऑफ डेफ़ के मूक बधिर बच्चों ने सिविल लाइन हनुमान मंदिर पर इकट्ठा होकर पैदल शांति मार्च के रूप में अपना संदेश देते हुए पत्थर गिरजाघर तक गए और पत्थर गिरजा घर पर अपनाया शांति मार्च कार्यक्रम को समाप्त किया।
इलाहाबाद में लगभग 400 बच्चे हैं जो बोल नहीं पाते हैं सुन नहीं पाते हैं और वह समाज की धारा से अपने आपको अलग समझते हैं यह सारे बच्चे एक संदेश देना चाहते हैं कि हमें भी समझो हमें भी जानो हमें भी साथ ले कर चलो इनको सड़क पर हर समय समस्या रहती है इनको हर समय बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है बस में चढ़ते समय उतरते समय सड़क में ट्रैफिक में हर जगह समस्या ही समस्या है सरकार कोई इनके बारे में एक कार्य नहीं कर रही है एक संदेश है कि सरकार के लिए कि हमें भी जानिए हमारे लिए कुछ कीजिए कि हम सड़क पर चले तो हम अपनी पहचान कैसे बताएं कि हम बोल नहीं सकते हैं सुन नहीं पा रहे हैं हमें कहां जाना है हमें कहां उतरना है इनके लिए कुछ ऐसा होना चाहिए कि सरकार कुछ नियम बनाए कुछ ऐसे कानून बनाए कि आम पब्लिक समझें कि यह सुन नहीं पा रहे हैं बोल नहीं पा रहे हैं यह सारे बच्चे लोग हनुमान मंदिर पर खड़ा होकर ठीक 2:00 बजे वहां से पैदा शांति मार्च निकालेंगे पैदल रूप में अपना संदेश देते हुए पत्थर गिरजाघर जाएंगे और अपना प्रोग्राम है इस पर समाप्त करेंगे अतः सरकार से एक विनती है कि ऐसे बच्चों को भी ध्यान में रखें जोकि मूक बधिर अपने पैरों पर चल नहीं पाते हैं अपने शरीर के किसी न किसी कारण अपंग है ऐसे बच्चों को सरकार की तरफ से पूरी सुविधाएं देना चाहिए स्कूलों में एडमिशन संस्थाओं में एडमिशन शिक्षा में प्रोत्साहन देना चाहिए सड़कों और ट्रैफिक में चलने में आने वाली कठिनाइयों को का निवारण करना चाहिए कि ऐसे बच्चे जो बोल नहीं पाते हैं सुन नहीं पाते हैं चल नहीं पाते हैं देख नहीं पाते हैं इनके भी कुछ ऐसे कार्यक्रम बनाएं जिनसे यह अपनी मदद ले पाए यह बच्चों द्वारा अपील है