नई दिल्ली: उन्नाव बलात्कार पीड़िता के एक्सीडेंट केस में सीबीआई ने कई जगहों पर छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी लखनऊ, उन्नाव, बांदा, फतेहपुर में हो रही है. इसके अलावा आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के ठिकानों में सीबीआई नें छापा मारा। सूत्रों के मुताबिक अभी तक कुल 17 स्थानों पर छापे मारी की जा सकती है.
उन्नाव दुष्कर्म पीडि़ता के कार हादसे के साजिश की जांच कर रही सीबीआइ की दो टीमों ने फतेहपुर में ट्रक मालिक व उसके भाई प्रसपा नेता नंदू पाल के घर में छापामारी कर तलाशी ली। दूसरी टीम चालक आशीष पाल के समसपुर गांव में घर की तलाशी लेकर परिजनों व पड़ोसियों से अलग-अलग जानकारी हासिल की। रविवार को करीब 11बजे पांच सदस्यीय टीम नई तहसील के सामने स्थित पाल कालोनी में पहुंची। ट्रक मालिक देवेंद किशोर पाल को सीबीआइ ने लखनऊ कार्यालय तलब कर लिया था। इसके बाद घर में उपस्थित ट्रक मालिक के छोटे भाई अरविंद किशोर पाल व महिलाओं से टीम ने हादसे के बारे में पूछा कि आप लोगों को ट्रक दुर्घटना होने की जानकारी कैसे व कब मिली।
बीती 30 जुलाई को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मार दी थी. जिस हादसे में पीड़िता के परिवार के दो सदस्यों की मौत के साथ .पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे . दरअसल बलात्कार मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (kuldeep sengar) आरोपी हैं. और इसकी जाँच कर रही है
हालांकि भाजपा ने कुलदीप सिंह सेंगर (kuldeep sengar) को भाजपा से निष्कासित कर दिया है नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में इस समय सीतापुर जेल में बंद है.
रायबरेली में सीबीआई टीम गुरबख्शगंज इलाके में दुर्घटनास्थल पर पहुंची. टीम ने मौका-ए-वारदात और मारूति स्विफ्ट कार को टक्कर मारने वाले ट्रक का निरीक्षण किया. दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम ने बातचीत की. इस बीच विधायक के तीन शस्त्रों के लाइसेंस शुक्रवार को निरस्त कर दिये गये . रविवार को बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार को लेकर जा रही कार में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी. दुर्घटना में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गयी जबकि पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गये.
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में पीड़िता की देखरेख कर रहे डाक्टरों ने बताया कि पीड़िता को निमोनिया हो गया है और उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. वह अभी भी वेंटिलेटर पर है. डाक्टरों ने बताया कि वकील को वेंटिलेटर से हटा लिया गया है लेकिन वह अभी खतरे से बाहर नहीं हैं. पीड़िता और उनके वकील दोनों की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है.