फ़तेहपुर -किशनपुर के संगोलीपुर मड़इयन बालू खदान, अवैध खनन से एक बार फिर सुर्खियों में है। प्रशासन इसमें रोक लगाने मे नाकाम है। और इसका फायादा अवैध खनन करने वालों को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गढ़ा मुक्त सड़कों का दम भर रही हैं ,दूसरी तरफ ये मोरंग खदान से निकलने वाले ओवर लोड ट्रक, जो सड़कों को उखड़ते जा रहे है ।
फ़तेहपुर के संगोलीपुर मड़इयन मोरंग खदान पहले भी चर्चा मे रहा है जब जबरन किसानों के खेतो से रास्ता बनवा दिया गया था, जिसका विरोध किसानो ने किया था लेकिन ये प्रशासन की मिली भगत का ही नतीजा था किसानों के विरोध के बाद भी रास्त बनकर तैयार हो गया, अब यहाँ खुले आम एनजीटी के मनको की धज्जिया उड़ाई जा रही हैं ।
क्या है मानक
एनजीटी का मानक है की 3 मीटर की गहराई तक खदान की जा सकती ,रात मे खदान बंद रहेगा लेकिन क्या दिन क्या रात लगातार अवैध बालू खनन यहाँ चलता है इस अवैध खनन से से जहां करोड़ा रुपये राजस्व की क्षति होती है वहीं पर्यावरण को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है। यही नही आसपास गहरे गड्ढे होने से भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है
फ़तेहपुर के संगोलीपुर मड़इयन मोरंग खदान में अवैध असलहा धारियों की खेप पड़ी रहती जिससे आस पास के गाँव मे लोग डरे सहमें रहते हैं अब देखने वाली बात होगी की क्या जिला प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही करेगा या फिर हमेशा की तरह लेनदेन से मामले को दबा दिया जाएगा
फ़तेहपुर के संगोलीपुर मड़इयन मोरंग खदान पहले भी चर्चा मे रहा है जब जबरन किसानों के खेतो से रास्ता बनवा दिया गया था, जिसका विरोध किसानो ने किया था लेकिन ये प्रशासन की मिली भगत का ही नतीजा था किसानों के विरोध के बाद भी रास्त बनकर तैयार हो गया, अब यहाँ खुले आम एनजीटी के मनको की धज्जिया उड़ाई जा रही हैं ।
क्या है मानक
एनजीटी का मानक है की 3 मीटर की गहराई तक खदान की जा सकती ,रात मे खदान बंद रहेगा लेकिन क्या दिन क्या रात लगातार अवैध बालू खनन यहाँ चलता है इस अवैध खनन से से जहां करोड़ा रुपये राजस्व की क्षति होती है वहीं पर्यावरण को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है। यही नही आसपास गहरे गड्ढे होने से भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है
फ़तेहपुर के संगोलीपुर मड़इयन मोरंग खदान में अवैध असलहा धारियों की खेप पड़ी रहती जिससे आस पास के गाँव मे लोग डरे सहमें रहते हैं अब देखने वाली बात होगी की क्या जिला प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही करेगा या फिर हमेशा की तरह लेनदेन से मामले को दबा दिया जाएगा