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आंदोलन में हिस्सा लेने की वजह से उन्हें और उनके बड़े भाई प्रेम को 23 दिनों तक जेल कटनी पडी थी :

Tuesday, December 25 | December 25, 2018 WIB Last Updated 2021-01-22T11:16:48Z
 आंदोलन में हिस्सा लेने की वजह से उन्हें और उनके बड़े भाई प्रेम को 23 दिनों तक जेल कटनी पडी थी :

दिल्ली:-राजनीति में अटल बिहारी वाजपेयी का प्रवेश 1942 कें  भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लेने के साथ शुरू हुवा  हुआ. इस आंदोलन में हिस्सा लेने की वजह से उन्हें और उनके बड़े भाई प्रेम को 23 दिनों तक जेल कटनी पडी थी . देश की आजदी के बाद वो  जनसंघ के नेता बने. अटल जी फिर कभी पीछे मुड कर नहीं देखा अटल जी अपना पहला  चुनाव 1957 में उत्तर प्रदेश की बलरामपुर सीट से लड़ा था.  1969 से लेकर 1972 तक  पार्टी कें अध्यक्ष भी रहे. 1997 में वो मोरार जी देसाई की सरकार में विदेश मंत्री भी बनाए गए . 

                                                     

अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार देश के प्रधानमंत्री 1996 में बने


अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार देश के प्रधानमंत्री मई 1996 में बने. हालांकि इस दौरान उनकी सरकार महज 13 दिन में ही अल्पमत में आ गई और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अटल बिहारी वाजपेयी को वर्ष 2015 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न ने नवाजा.था 
                                             
                                

पूरा जीवन अविवाहित रहे. .  

उन्होंने पूरा जीवन शादी नहीं की पूर जीवन क्वारे रहे लेकिन वो ये भी कहते थे की शादी नहीं तो ये मत समझिये की दुल्हा घोड़ी नहीं चढ़ा है बाद में उन्होंने नमिता को गोद लिया .



                                         
 अपने राजनितीक सफ़र में वो 10 बार लोक सभा के लिए संसद चुने गए  और तीन बार वो प्रधानमंत्री रहे  उन्होंने अपना पूरा जीवा देश के लिए समर्पित कर दिया .
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