26/11 मुंबई हमले आज यानी 26 नवंबर को 10वीं बरसी,
इस मौके पर अमेरिका ने एक बड़ा ऐलान किया है। अमेरिका की ओर से मुंबई हमले के आरोपियों की खबर देने पर इनाम का ऐलान किया गया है। अमेरिका आरोपियों की खबर देने वाले को 35.5 करोड़ रुपए का इनाम देगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल आर पोंपियो ने ऐलान किया कि मुंबई हमले में शामिल आतंकियों की गिरफ्तारी में मदद करने वाले को हमारी सरकार पांच मिलियन डॉलर का इनाम देगी।
मुंबई में हुए आतंकी हमले को दस साल पूरे हो गए हैं
आपको बता दें कि आज यानी 26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकी हमले को दस साल पूरे हो गए हैं। इस हमले में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। तीन दिन तक आतंकियों के साथ मुठभेड़ चली थी, तब जाकर 29 नवंबर को ऑपरेशन खत्म हो पाया था। इस हमले में एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया था।
जिसका नाम मोहम्मद अजमल कसाब था। मुंबई हमले के इकलौता जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी देने के लिए मुंबई से पुणे ले जाने का अभियान अति गोपनीय था। इस दौरान सभी सुरक्षा कर्मियों के मोबाइल ले लिए गए थे। साथ ही कोड वर्ड भी इस्तेमाल किए गए थे। जैसे- पार्सल रिच्ड फॉक्स्ड
मुंबई हमले के दौरान मुंबई पुलिस के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर तुकाराम ओंबले ने केवल एक लाठी के सहारे कसाब जैसे आतंकवादी को जिंदा पकड़ा था। इस कोशिश में वो खुद शहीद हो गए थे। हमले के दूसरे दिन ताज होटल में एनएसजी ने मोर्चा संभाला।
आतंकवादी बंधकों को मारते जा रहे थे और होटल में ग्रेनेड का इस्तेमाल कर रहे थे। एनएसजी कमांडो गजेंद्र सिंह बिष्ट और मेजर संदीप उन्नीकृष्णन आंतकियों से सीधे भिड़े। इस मुठभेड़ में वो शहीद हो गए, लेकिन उनकी बहादुरी के चलते ही ताज होटल को हमलावरों से छुड़वाया जा सका.
इस मौके पर अमेरिका ने एक बड़ा ऐलान किया है। अमेरिका की ओर से मुंबई हमले के आरोपियों की खबर देने पर इनाम का ऐलान किया गया है। अमेरिका आरोपियों की खबर देने वाले को 35.5 करोड़ रुपए का इनाम देगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल आर पोंपियो ने ऐलान किया कि मुंबई हमले में शामिल आतंकियों की गिरफ्तारी में मदद करने वाले को हमारी सरकार पांच मिलियन डॉलर का इनाम देगी।
मुंबई में हुए आतंकी हमले को दस साल पूरे हो गए हैं
आपको बता दें कि आज यानी 26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकी हमले को दस साल पूरे हो गए हैं। इस हमले में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। तीन दिन तक आतंकियों के साथ मुठभेड़ चली थी, तब जाकर 29 नवंबर को ऑपरेशन खत्म हो पाया था। इस हमले में एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया था।
जिसका नाम मोहम्मद अजमल कसाब था। मुंबई हमले के इकलौता जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी देने के लिए मुंबई से पुणे ले जाने का अभियान अति गोपनीय था। इस दौरान सभी सुरक्षा कर्मियों के मोबाइल ले लिए गए थे। साथ ही कोड वर्ड भी इस्तेमाल किए गए थे। जैसे- पार्सल रिच्ड फॉक्स्ड
मुंबई हमले के दौरान मुंबई पुलिस के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर तुकाराम ओंबले ने केवल एक लाठी के सहारे कसाब जैसे आतंकवादी को जिंदा पकड़ा था। इस कोशिश में वो खुद शहीद हो गए थे। हमले के दूसरे दिन ताज होटल में एनएसजी ने मोर्चा संभाला।
आतंकवादी बंधकों को मारते जा रहे थे और होटल में ग्रेनेड का इस्तेमाल कर रहे थे। एनएसजी कमांडो गजेंद्र सिंह बिष्ट और मेजर संदीप उन्नीकृष्णन आंतकियों से सीधे भिड़े। इस मुठभेड़ में वो शहीद हो गए, लेकिन उनकी बहादुरी के चलते ही ताज होटल को हमलावरों से छुड़वाया जा सका.