फतेहपुर: भाजपा सरकार ने गायों की सुरक्षा को लेकर कड़े कानून बनाएं, गाय की हत्या करने वालों के लिए 10 साल की सजा का प्रवाधान किया, सड़कों पर घुम रही गायों के लिए नई गौशालाए बनाकर उनमें भेजने का दावा भी किया...लेकिन आखिर इस सब से क्या बदला तो जवाब होगा कुछ नहीं। ये वही बीजेपी सरकार है जिसने गाय को माँ का दर्जा भी दिया...लेकिन गायों की ऐसी दुर्दशा को देखकर ऐसा लगता है जैसे प्रदेश की योगी सरकार गहरी नींद में सो रही है...गाय के नाम पर वोट मांगने वाली बीजेपी के सुशासन में गाय की ऐसी हालत हो चुकी है जो गैशाला बीजेपी ने इन गायों के लिए बनवायी थी वही गौशाला उनकी कब्रगाह बन चुकी है।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर की ये सबसे बड़ी देवलॉन गौशाला है जो अब गायों की कब्रगाह बन चुकी है यहाँ दर्जनों गाये मरी पडी है,जो गाय जहाँ मर गयी वही उसकी कब्रगाह बन जाती है ,यहाँ की ब्यवस्था ऐसी की आप को देखकर घिन आएगी आखिर भला कोई इन बेजुबानो के साथऐसे कैसे कर सकता है। अब सवाल तो जिले के उस मुखिया पर भी उठते है जिसके देखरेख में इन बेजुबानो का ये हाल क्या डीएम साहब को इन गायों की दुर्दशा दिखती नहीं या फिर जान कर भी अनजान बने रहना चाहते है।
up में योगी आदित्या नाथ की नेतृत्व वाली सरकार २ जनवरी 2019 को ये फरमान जारी किया था की 70 % को आधार मानकर प्रत्येक गांव में गवशाला बनेगी और इन गायों के भरण पोषण के लिए प्रतिदिन के हिसाब से 30 रुपए दिए जायेंगे, लेकिन इन ऐलानों से आखिर क्या बदला तो जवाब शया यही होगा की जो गौशाला योगी जी ने बनवायी थी वही गौशाला इन गायों के लिए कब्रगाह बन गयी है. अकेले इन गायों के लिए 7665 करोड़ का बजट आवंटित हुवा था जो शिक्षा ,स्वस्थ्य ,पर होने वाले खर्च से कही ज्यादा है लेकिन फिर भी इन गायों की ऐसी दुर्घाती है
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर की ये सबसे बड़ी देवलॉन गौशाला है जो अब गायों की कब्रगाह बन चुकी है यहाँ दर्जनों गाये मरी पडी है,जो गाय जहाँ मर गयी वही उसकी कब्रगाह बन जाती है ,यहाँ की ब्यवस्था ऐसी की आप को देखकर घिन आएगी आखिर भला कोई इन बेजुबानो के साथऐसे कैसे कर सकता है। अब सवाल तो जिले के उस मुखिया पर भी उठते है जिसके देखरेख में इन बेजुबानो का ये हाल क्या डीएम साहब को इन गायों की दुर्दशा दिखती नहीं या फिर जान कर भी अनजान बने रहना चाहते है।
up में योगी आदित्या नाथ की नेतृत्व वाली सरकार २ जनवरी 2019 को ये फरमान जारी किया था की 70 % को आधार मानकर प्रत्येक गांव में गवशाला बनेगी और इन गायों के भरण पोषण के लिए प्रतिदिन के हिसाब से 30 रुपए दिए जायेंगे, लेकिन इन ऐलानों से आखिर क्या बदला तो जवाब शया यही होगा की जो गौशाला योगी जी ने बनवायी थी वही गौशाला इन गायों के लिए कब्रगाह बन गयी है. अकेले इन गायों के लिए 7665 करोड़ का बजट आवंटित हुवा था जो शिक्षा ,स्वस्थ्य ,पर होने वाले खर्च से कही ज्यादा है लेकिन फिर भी इन गायों की ऐसी दुर्घाती है